एक आँगन धूप
कुछ ऐसी क्षणिकाएँ जो गीत तक नहीं पहुँचीं
मेरे अन्य ब्लॉग
Min bopæl - मेरा पता डैनिश में
Чайхана - चाय-गुमटी रूसी में
अभि-अनु सूचनाएँ
चोंच में आकाश
नवगीत की पाठशाला
शुक्रवार चौपाल
गुरुवार, 14 जनवरी 2010
चाय गुमटी
*
सड़क है, शोर भी है
और बारिश साथ चलती है
हवा है साँस में नम सी
खुली छतरी
हाथ की बंद मुट्ठी में
और लो !
आ गई गुमटी चाय की।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें